डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है और इसे कैसे करते हैं।

जब से इंटरनेट का प्रचलन काफी ज्यादा बढ़ गया है, तब से लोग डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में भी अपना कैरियर आजमा रहे हैं। आज डिजिटल मार्केट छेत्र में बहुत से ऐसे कार्य हैं, जो घर बैठे करने से आपको अच्छी इनकम प्रदान करते हैं। आज डिजिटल मार्केट का क्षेत्र बहुत ही विकासशील है और इसमें आप अनेकों प्रकार के कार्यों को कर सकते हैं, यहां तक कि आज के समय में लोग अपने किसी भी प्रकार के व्यवसाय को प्रमोट करने के लिए भी डिजिटल मार्केटिंग का ही सहारा लेते हैं और अपने व्यवसाय को एक नया आयाम प्रदान करते हैं।यदि आप जानना चाहते हैं, कि आखिर डिजिटल मार्केटिंग क्या है और इसके अंदर कौन-कौन से कार्य आते हैं, जिन्हें हम करके घर बैठे ही पैसे कमा सकते हैं, तो आप हमारे इस महत्वपूर्ण लेख कों अंतिम तक अवश्य पढ़ें।आज आपको डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में सभी प्रकार की आवश्यक जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से एक ही स्थान पर मिल जाएंगी।

डिजिटल मार्केटिंग क्या होता है और इसे कैसे करते हैं।


डिजिटल मार्केटिंग क्या है ?

यदि हम डिजिटल मार्केटिंग को समझने का प्रयास करें, तो इसका अर्थ 2 शब्दों के मिलान से पता चलता है । डिजिटल का तात्पर्य इंटरनेट से है और मार्केटिंग का तात्पर्य बाजार से होता है अर्थात इंटरनेट की बाजार।जब हम किसी भी प्रकार की सर्विस को या फिर प्रोडक्ट को डिजिटल टेक्नोलॉजी की सहायता से और अन्य इंटरनेट माध्यमों के जरिए उसके प्रचार एवं प्रसार का सहारा लेते हैं, तो यह एक प्रकार का डिजिटल मार्केटिंग कार्य हो जाता है। आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग के अनेकों तरीके हैं, जो समय दर समय विकसित ही होते जा रहे हैं। पहले के दशक में ऑफलाइन मार्केटिंग की तुलना में आज ऑनलाइन मार्केटिंग काफी ज्यादा प्रसिद्ध और ग्राहकों के अनुसार उन्हें सही प्रोडक्ट या सर्विस को प्रदान किया जाता है। आज के समय में लगभग हर व्यक्ति इंटरनेट पर प्रतिदिन 3 घंटे का समय व्यतीत करता है, इसका तात्पर्य यह है कि अब इंटरनेट पर लोगों की उपस्थिति दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।यही वजह है कि हम अपने किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या सर्विस को अपने अनुसार टारगेट ऑडियंस का चुनाव करके अपने प्रोडक्ट या सर्विस का प्रमोशन आसानी से कर सकते हैं। यह सबसे फास्ट और आसान तरीका है, अपने किसी भी प्रकार के व्यवसाय को सफलता प्रदान करने वाला।


आज के समय में अपने सर्विस या प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का सहारा क्यों लें ?


आज के समय में सभी चीजों का आधुनिकरण हो रहा है और अब सभी प्रकार के कार्य डिजिटल रूप में आसानी से घर बैठे ही किए जा सकते हैं। किसी भी प्रकार के डिजिटल कार्य को करने के लिए आज इंटरनेट अपने मुख्य भूमिका निभा रहा है। आज के समय में लगभग 70% कार्य इंटरनेट के माध्यम से ही और डिजिटल रूप में किए जा रहे हैं। इंटरनेट और डिजिटल मार्केटिंग दोनों एक-दूसरे से काफी जुड़े हुए हैं, बिना इंटरनेट के डिजिटल मार्केटिंग संभव नहीं है और बिना डिजिटल मार्केटिंग के इंटरनेट का विकास संभव नहीं है। आज के समय में यदि हम किसी भी प्रकार की सर्विस या प्रोडक्ट को सेल करना चाहते हैं, तो सबसे पहले हमें उसे ऑनलाइन रूप में डिजिटल तरीके से प्रमोट करना अनिवार्य है। आज ऑफलाइन के बजाय ऑनलाइन रूप में किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करना काफी ज्यादा आपके किसी भी व्यापार को सफलता प्रदान कर सकता है। आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और इसके अंतर्गत अनेकों प्रकार के कार्यों को भी सम्मिलित किया जा रहा है। इन सभी दृष्टिकोण को देखते हुए, यदि हम डिजिटल मार्केटिंग का सहारा नहीं लेंगे, तो हम अपने किसी भी प्रकार के व्यवसाय को सफल नहीं कर सकते हैं और उसे अपने ग्राहकों तक नहीं पहुंचा सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग के सहारे हम बहुत ही कम समय में ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट कर सकते हैं और वह भी अपने घर बैठे ही।
आज के समय में अपने सर्विस या प्रोडक्ट को प्रमोट करने के लिए डिजिटल मार्केटिंग का सहारा क्यों लें ?

डिजिटल मार्केटिंग को कैसे शुरू कर सकते हैं ?

  1. Blogging :-

  2. Search engine optimisation ( SEO ) :-

  3. YouTube channel :-

  4. Social media :-

  5. Email marketing :-

  6. Website designing and development :-

  7. Pay per click ( PPC ) :-

  8. Affiliate marketing :-

  9. Apps marketing :-


वैसे तो डिजिटल मार्केटिंग करने के अनेकों रास्ते हैं, जिनके जरिए आप अच्छे पैसे घर बैठे ही कमा सकते हैं। हम आपको कुछ ऐसे डिजिटल मार्केटिंग करने के रास्ते बताएंगे, जो आज के समय में पॉपुलर हैं और जिन्हें आप आसानी से अपने स्किल के आधार पर शुरू कर सकते हैं। चलिए जानते हैं, वह कौन से डिजिटल मार्केटिंग करने के रास्ते हैं।

Blogging :-


आज के समय में जिसको लिखना और अपनी जानकारियों को दूसरों के साथ साझा करना अच्छा लगता है, तो वह ब्लॉगिंग के फील्ड में आसानी से आ जाता है। यही कारण है, कि आप डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत ब्लॉकिंग के क्षेत्र से आसानी से कर सकते हैं।यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर आपको सीखने और दूसरों को सिखाने का अवसर प्राप्त होता है। आज के समय में जितने भी डिजिटल मार्केटिंग के एक्सपर्ट हैं, उन्होंने अपने करियर के शुरुआत सबसे पहले ब्लॉगिंग के क्षेत्र से ही की थी।

Search engine optimisation ( SEO ) :-

Search engine optimisation ( SEO ) :-

यदि आप ब्लॉगिंग के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं और आपकी वेबसाइट या ब्लॉग है, तो आप ऐसे में अपने वेबसाइट या ब्लॉग पर ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक लाना चाहेंगे। यह तभी मुमकिन है, जब हम अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर अच्छे तरीके से seo अर्थात search engine optimisation करते हैं। आज के समय में आपको गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर अनेकों प्रकार के ब्लॉग, वेबसाइट आसानी से लाखों एवं करोड़ों की संख्या में मिल जाएंगे। इन सभी वेबसाइटों पर ट्रैफिक लाने एवं उन्हें किसी भी प्रकार के सर्च इंजन पर रैंक करवाने के लिए seo करवाना अनिवार्य होता है। बहुत सारी वेबसाइट आज के समय में अपनी पॉपुलरट्री एवं अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर ट्रैफिक लाने के लिए लाखों हजारों रुपए खर्च करती हैं। आज के इस परिस्थिति में यदि आप अच्छे सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जाते हैं, तो आपके लिए काफी अपॉर्चुनिटी डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में बढ़ जाती है। आप किसी भी वेबसाइट को संपर्क करके उसे अपना एक्सपीरियंस एवं अपना कार्य दिखाकर उसके लिए काम कर सकते हैं और इसके बदले में आप उससे अच्छा पैसा कमा सकते हैं।

YouTube channel :-


आज जब लोग अपने कार्यों को करके खाली होते हैं या फिर जो लोग खाली घर में बैठे रहते हैं, वे सभी लोग अपना ज्यादातर समय यूट्यूब पर वीडियो उसको देखते हुए गुजारते हैं। अर्थात हमारे कहने का यह तात्पर्य है, कि आज के समय में बड़ी संख्या में लोग यूट्यूब पर अपना समय बिताना पसंद करते हैं। यदि आप क्या यूट्यूब चैनल है और आप अपने यूट्यूब चैनल पर अपने दर्शकों को अच्छा-अच्छा कांटेक्ट प्रोवाइड करते हैं और आपके लाखों सब्सक्राइबर है, तो ऐसे में आप किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस को अपने यूट्यूब चैनल पर आसानी से प्रमोट कर सकते हैं। जब किसी भी यूट्यूब चैनल पर अधिक सब्सक्राइबर एवं ब्लूज हो जाते हैं तो कोई भी कंपनी या फिर कोई बिजनेसमैन आपको अपने किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए सहता है या आपसे ईमेल के माध्यम से संपर्क कर सकता है। ऐसे में आप उस कंपनी या बिजनेसमैन के प्रोडक्ट या सर्विस को अपने यूट्यूब चैनल पर प्रमोट करके इसके बदले में उससे अच्छे पैसे चार्ज कर सकते हैं।

Social media :-


आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग को करने के लिए सबसे आसान और सबसे बेहतर तरीका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, क्योंकि यह आज के समय में काफी ज्यादा पॉपुलर और अधिक लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला प्लेटफॉर्म बन चुका है। यदि आप फेसबुक टि्वटर इंस्टाग्राम या फिर अनेकों प्रकार की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करते हैं, तो आपने कभी ना कभी किसी भी कंपनी या प्रोडक्ट को अपने स्क्रीन पर एडवर्टाइजमेंट के रूप में जरूर देखा होगा। यह एक प्रकार से डिजिटल मार्केटिंग सोशल मीडिया के माध्यम से की जाती है, जिसमें हम अपने किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या सर्विस को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रमोट करके अधिक से अधिक ग्राहकों तक बहुत सकते हैं।

Email marketing :-


आज के समय में छोटी बड़ी कंपनी अपने किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करने के लिए ईमेल के माध्यम से मार्केटिंग करती हैं। जब कोई भी कंपनी अपने किसी भी प्रकार के सर्विस या प्रोडक्ट पर किसी भी प्रकार का डिस्काउंट या फिर ऑफर चलाती है, तो वह अपने ग्राहकों को ईमेल के माध्यम से सूचित करने का कार्य करती है। आजकल ई-मेल पर आपने देखा होगा कि अनेकों प्रकार के प्रोडक्ट या फिर सर्विस को ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए उसका एक अच्छा सा ई-मेल तैयार किया जाता है और फिर उसे ग्राहकों को उनके ईमेल पर इसे भेज कर उन्हें सूचित करने का कार्य किया जाता है। सभी प्रकार के इन कार्यों को जो ईमेल के माध्यम से किए जाते हैं, उन्हें हम ईमेल मार्केटिंग के नाम से जानते हैं।


Website designing and development :-


यदि आपको डेवलपमेंट के क्षेत्र में जानकारी है और आप किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग को डिजाइन करना पसंद करते हैं, तो आप इस क्षेत्र में डिजिटल मार्केटिंग के रूप में कार्य कर सकते हैं। आप एक डेवलपर या फिर डिजाइनर के रूप में कार्य कर सकते हैं।

Pay per click ( PPC ) :-


आप बड़ी ही आसानी से पे पर क्लिक के नामक ऐड कैंपेन को गूगल एडवर्ड या फिर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को पर बड़ी ही आसानी से चला सकते हैं। जब कोई भी ग्राहक आपके द्वारा बनाए गए लिंक पर क्लिक करता है, तो आपके कैंपेन से पैसे कट जाते हैं और इसी प्रक्रिया को हम पे पर क्लिक के नाम से जानते हैं। इसका तात्पर्य प्रत्येक क्लिक के अनुसार भुगतान करना होता है।


Affiliate marketing :-


एफिलिएट मार्केटिंग भी डिजिटल मार्केटिंग का ही एक अभिन्न अंग है। इसमें कमीशन के आधार पर किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या सर्विस को मार्केटिंग करने का कार्य किया जाता है। बहुत सारी ऑनलाइन शॉपिंग करने वाली या फिर प्रोडक्ट, सर्विस प्रदान करने वाली कंपनियां एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम को चलाती हैं। किसी भी कंपनी के एपलेट प्रोग्राम से जोड़कर उनके उत्पादों या फिर उनकी सेवाओं को अपने माध्यम से सेल करने पर हमें इसके बदले में कुछ उस कंपनी के द्वारा कमीशन प्राप्त होता है। आपने देखा होगा कि कई सारे यूट्यूब चैनल पर अनेकों प्रकार के प्रोडक्ट को रिव्यू किया जाता है और उन्हें खरीदने के लिए ग्राहकों को प्रेरित किया जाता है। जब कोई ग्राहक उनके द्वारा बताए गए एवं प्रदान किए गए लिंक के माध्यम से किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट या फिर सर्विस को खरीदना है, तो उसके बदले में आपको कुछ कमीशन प्रदान किया जाता है।

Apps marketing :-


आपने देखा होगा कि जितनी भी प्रसिद्ध वेबसाइट इंटरनेट पर मौजूद हैं, उनके गूगल के प्ले स्टोर पर ऐप भी मौजूद रहते हैं। आज के समय में लोग अपने स्मार्टफोन में अपने रोजमर्रा के इस्तेमाल किए जाने वाले एप्लीकेशन को इंस्टाल करके रखते हैं जैसे कि :- shopping app, money transfer app, online booking app, news app, social media app इत्यादि। यही कारण है, कि बड़ी-बड़ी कंपनियां अपना खुद का ऐप बनाकर उसकी एप्लीकेशन के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग करते हैं।


डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी किस प्रकार से शुरू कर सकते हैं ?

  1. बेहतर प्रशिक्षण ले :-

  2. किसी भी डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में प्राप्त करें सबसे पहले जॉब एक्सपीरियंस :-

  3. खुद के कौशल पर विशेष रूप से मूल्यांकन करें :-

  4. निवेश करने के लिए पूंजी की व्यवस्था करें :-

  5. एजेंसी का नाम सर्च करके उसे रजिस्टर करें :-

  6. आप अपने कंपनी के नाम पर पैन कार्ड एवं बैंक खाता अवश्य चालू करवाएं :-

  7. कंपनी का जीएसटी रजिस्ट्रेशन अवश्य कराएं :-

  8. अपनी कंपनी के संचालन हेतु सभी प्रकार के आवश्यक कर्मचारियों को जरूर नियुक्त करें :-

  9. अपने कंपनी के नाम पर खुद की वेबसाइट लॉन्च करें :-

  10. अपने कंपनी के नाम पर गूगल के एग्जाम को क्वालीफाई करें :-

  11. कंपनी का सभी कार्य शुरू करके करें कमाई :-


जब से डिजिटल मार्केटिंग का प्रचलन बढ़ा है, तब से लोग डिजिटल मार्केटिंग की एजेंसी खोलना चाहते हैं और इसके माध्यम से अच्छे पैसे कमाना चाहते हैं। मगर हर कोई बिना डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र से जुड़े सभी प्रकार के ज्ञान के अपनी खुद की डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को शुरू नहीं कर सकता है। जिनके पास निवेश करने के लिए काफी पूजी है परंतुउन्हें किसी भी प्रकार का डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में ज्ञान नहीं है तो ऐसे लोगों को डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी नहीं खोलनी चाहिए परंतु जिन्हें डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काफी ज्यादा अच्छा ज्ञान मौजूद है परंतु ऐसे लोगों के पास निवेश करने के लिए निवेश राशि नहीं है, तो वह डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को छोटे स्तर पर शुरू कर सकते हैं।जैसे-जैसे आपका ज्ञान और आपका अनुभव आपके डिजिटल एजेंसी को बड़ा करता जाएगा, वैसे वैसे आप अपने एजेंसी को भी बड़ा रूप प्रदान करते जाएंगे।डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को शुरू करने से पहले आपको कुछ विशेष बातों पर ध्यान देना अनिवार्य हैं, जो इस प्रकार से निम्नलिखित बताई गई है।

बेहतर प्रशिक्षण ले :-


डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को शुरू करने के लिए आप अनेकों प्रकार के कर्मचारियों को रख सकते हैं, परंतु यदि आपके पास डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में ज्ञान मौजूद नहीं है, तो आपका यह एजेंसी ज्यादा समय तक नहीं चल सकेगा।जब आपको संपूर्ण रूप से डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में ज्ञान होगा तभी आप अपने कर्मचारियों को मैनेज कर सकेंगे और महत्वपूर्ण निर्णय को ले सकेंगे। इसीलिए सबसे पहले आपको किसी अच्छे डिजिटल मार्केटिंग इंस्टीट्यूट से इसका प्रशिक्षण लेना चाहिए और उसके बाद ही आपको डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी को चलाना चाहिए।डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े हुए आपको आज के समय में अनेकों प्रकार के फ्री और पेड कोर्स आसानी से इंटरनेट पर मिल जाएंगे।

किसी भी डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में प्राप्त करें सबसे पहले जॉब एक्सपीरियंस :-


किसी भी डिजिटल मार्केटिंग इंस्टीट्यूट से प्रशिक्षण या कोर्स कंप्लीट करने के बाद सबसे पहले आपको पहले से ही चल रहे किसी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी में अपने लिए एक जॉब ढूंढ लेना है। यह जब आपको आपके कार्य एक्सपीरियंस और चुनौतियों कठिनाइयों के अलावा एजेंसी शुरू करने से पहले सभी प्रकार के मूल्यांकन अनुभव को प्रदान करता है। क्षेत्र में काम या फिर ज्यादा जिस भी स्तर पर आप को सैलरी मिल रही हो उसके आधार पर नहीं अपने कार्य अनुभव के आधार पर ज्वाइन करना है, यह आपके बहुत ही काम में आएगा। जब आप किसी भी डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में जॉब कर लेते हैं, तो आपको यह पता चल जाता है कि आप इस प्रकार का कार्य कर सकते हैं या फिर नहीं।

खुद के कौशल पर विशेष रूप से मूल्यांकन करें :-


डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी में जॉब करने के दौरान आप अपने हुनर पर भी ध्यान देते रहें और आप यह देखते रहे कि आप किन कार्यों में निपुण हो रहे हैं और किन कार्यों में आप निपुण नहीं है। जिन भी कार्यों में आप निपुण ना हो उन सभी कार्यों को करने का और उन्हें सीखने का आपको निरंतर रूप से प्रयत्न करना चाहिए। आप इस नौकरी के दौरान बड़े-बड़े प्रोफेशनल एवं एक्सपीरियंस लोगों के साथ रहेंगे। जिससे आपको इस क्षेत्र से संबंधित सभी प्रकार के सीक्रेट और बिजनेस को शुरूl करने की अनेकों रास्तों के बारे में पता चल सकता है।

निवेश करने के लिए पूंजी की व्यवस्था करें :-


किसी भी प्रकार के व्यवसाय को शुरू करने से पहले हमें उसमें लगने वाले निवेश के बारे में मूल्यांकन करना पड़ता है । डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी शुरू करने में आपको कम से कम ₹300000 से लेकर ₹400000 तक निवेश करना पड़ सकता है क्योंकि इस क्षेत्र में आपको कंप्यूटर, उपकरण एवं अनेकों प्रकार के सॉफ्टवेयर भी चाहिए होंगे । इसके अतिरिक्त आप जो कर्मचारी रखेंगे उनके वेतन को भी आप को ध्यान में रखकर इसे शुरू करना होगा।


एजेंसी का नाम सर्च करके उसे रजिस्टर करें :-


जो भी उद्यमी अपने कंपनी का नाम सोच रखा है, उसके वेरिफिकेशन के लिए आपको एमसीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। यहां पर जाकर आप अपने एजेंसी के नाम को वेरीफाई कर सकते हैं, जिस भी नाम पर पहले से कोई कंपनी रजिस्टर्ड नहीं होगी, उसे आप अपने कंपनी का नाम प्रदान करके रजिस्टर कर सकते हैं।

आप अपने कंपनी के नाम पर पैन कार्ड एवं बैंक खाता अवश्य चालू करवाएं :-

किसी भी व्यवसाय को सत्यता प्रदान करने के लिए हमें उसके नाम पर पैन कार्ड एवं बैंक में खाते को खुलवाना चाहिए। पैन कार्ड एवं बैंक में खाता खुलवाने के लिए आपको एमसीए से प्राप्त सभी प्रकार के दस्तावेजों की जरूरत पड़ सकती है जैसे कि :- इंफॉर्मेशन सर्टिफिकेट, लीज एग्रीमेंट इत्यादि। इन सभी दस्तावेजों के आधार पर आपके एजेंसी को पैन कार्ड और बैंक में खाता आसानी से खुल सकता है।

कंपनी का जीएसटी रजिस्ट्रेशन अवश्य कराएं :-


अपने ग्राहकों की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए आपको अपने कंपनी को जीएसटी के अंतर्गत पंजीकृत अवश्य करना चाहिए।
https://navbharattimes.indiatimes.com/business/tax/tax-news/all-you-want-to-know-about-gst-registration/articleshow/59353844.cms

अपनी कंपनी के संचालन हेतु सभी प्रकार के आवश्यक कर्मचारियों को जरूर नियुक्त करें :-


आपको अपने एजेंसी को सफलता प्रदान करने के लिए इससे जुड़े कुछ एक्सपर्ट कर्मचारियों को रखना अनिवार्य होता है जैसे कि :- SEO expert, adword expert इत्यादि।

अपने कंपनी के नाम पर खुद की वेबसाइट लॉन्च करें :-


इन सभी बातों को ध्यान पूर्वक रूप से चिंतन करने के बाद आपको अब आगे अपने कंपनी से संबंधित वेबसाइटओं का निर्माण करना है। इस प्रक्रिया के माध्यम से आप अपने ग्राहकों से और भी ज्यादा कनेक्ट रह सकते हैं।

अपने कंपनी के नाम पर गूगल के एग्जाम को क्वालीफाई करें :-


आज के समय में कोई भी सामान्य व्यक्ति गूगल एग्जाम को क्वालीफाई कर के इसका सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकता है।आप गूगल का कोई भी एग्जाम क्वालीफाई कर सकते हैं, इस अंतर को चार-पांच एग्जाम देने होते हैं। गूगल का कोई भी एग्जाम देकर आप गूगल सर्टिफाइड हो जाते हैं। गूगल एडवर्ड एवं गूगल के अन्य सर्टिफिकेट केवल 1 साल के लिए वैद्य माने जाते हैं, इसके अतिरिक्त गूगल एनालिसिस का सर्टिफिकेट कुल 1.5 वर्षों के लिए वैद्य माना जाता है। आप अपने कंपनी के नाम पर ही गूगल के किसी भी प्रकार के एग्जाम को क्वालीफाई करें, ऐसा इसलिए जब आप गूगल एग्जाम क्वालीफाई कर लेंगे, तो सर्टिफिकेट आपके कंपनी के नाम से ही गूगल जारी करेगा। कंपनी के नाम से गूगल एग्जाम क्वालीफाई करने के एक और फायदे हैं, गूगल आपके कंपनी को आपके कार्य अनुभव के आधार पर क्लाइंट भी प्रदान कर सकता है।

कंपनी का सभी कार्य शुरू करके करें कमाई :-


अब अंतिम चरण में आपको अपने कंपनी की मार्केटिंग करनी चाहिए, ताकि आपकी ग्राहक अधिक से अधिक संख्या में बन सके। किसी भी प्रकार के व्यवसाय को शुरू करने के बाद थोड़ा हमें पेशेंस रखना अनिवार्य है, तुरंत ही हमें किसी भी प्रकार के व्यवसाय को शुरू करने के बाद परिणाम नहीं मिल सकते हैं। अधिक समय बीत जाने के बाद अगर आपको उम्मीद से कम परिणाम मिल रहे हैं, तो ऐसे में आपको अपने कार्यों का मूल्यांकन करना चाहिए और उन में आवश्यक स्थान पर सुधार भी करना चाहिए।

डिजिटल मार्केटिंग करने के कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं ?


  • डिजिटल मार्केटिंग करने के तो अनेकों फायदे हैं, परंतु उनमें से कुछ इस प्रकार मुख्य रूप से निम्नलिखित हैं।

  • डिजिटल मार्केटिंग का कार्य बहुत ही के पास थी और कम समय वाला होता है।

  • डिजिटल मार्केटिंग का परिणाम बहुत ही शीघ्र और सटीक मिलता है।

  • डिजिटल मार्केटिंग के जरिए किसी भी ब्रांड की विश्वसनीयता को बढ़ाया जा सकता हैं।

  • डिजिटल मार्केटिंग के जरिए हम किसी भी देश के ग्राहक को अपने व्यवसाय से संबंधित सुविधाओं को आसानी से प्रदान कर सकते हैं।

  • हम अपने ग्राहकों के साथ डिजिटल रूप में कनेक्ट रहकर उनकी सलाह एवं उनके सवालों के जवाबों को आसानी से दे सकते हैं।

  • डिजिटल रूप में हम अपने व्यवसाय से संबंधित अपने ग्राहकों को टारगेट कर सकते हैं और उन्हें उनके मुताबिक सर्विस प्रदान कर सकते हैं।

  • आज के इस आधुनिक दौर में डिजिटल मार्केटिंग एक सुविधाजनक और सुगम रास्ता है, किसी भी प्रकार के देवता या सर्विस को अपने ग्राहकों तक पहुंचाने का।

निष्कर्ष :-


आज के समय में यदि आप डिजिटल मार्केटिंग से नहीं जुड़ेंगे, तो आप किसी भी प्रकार के व्यवसाय को आसानी से सफल नहीं बना सकेंगे। आज डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से किसी भी प्रकार के कार्यों को घर बैठे ही आसानी से किया जा सकता है और आसानी से पैसे भी इन कार्यों से कमाए जा सकते हैं। यदि हमारा यह महत्वपूर्ण लेख आपको पसंद आया हो तो आप इसे अपने मित्र जन एवं परिजन के साथ अवश्य साझा करें।

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